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रासायनिक अभिक्रियाएँ और समीकरण NOTES 2024

रासायनिक अभिक्रियाएँ और समीकरण IMPORTANT QUESTION

1.रासायनिक अभिक्रियाएँ और समीकरण

वायु में जलने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ़ क्यों किया जाता है?


यदि मैग्नीशियम रिबन नम वायु के संपर्क में रहता है तो उस पर सफेद रंग की मैग्नीशियम ऑक्साइड की पर्त जम जाती है, यह पर्त मैग्नीशियम के जलने में अवरोध पैदा करती है। इसलिए मैग्नीशियम रिबन को पहले रेगमार से साफ़ किया जाता है।

निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए उनकी अवस्था के संकेतों के साथ संतुलित रासायनिक समीकरण लिखें-
(i) जल में बेरियम क्लोराइड तथा सोडियम सल्फेट का विलियन अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलियन तथा अघुलनशील बेरियम सल्फेट का अवक्षेप बनाते हैं।
(ii) सोडियम हाइड्रोक्साइड का विलियन ( जल ) में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के विलियन ( जल ) से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलियन तथा जल बनाते हैं।

(i) BaCl2 (aq) + Na2SO4 (aq) → BaSO4 (s) + 2NaCl (aq)

(ii) NaOH (aq) + HCl (aq) → NaCl(aq) + H2O (l)

किसी पदार्थ ‘X’ के विलियन का उपयोग सफ़ेदी करने के लिए होता हैl
(i) पदार्थ ‘X’ का नाम तथा इसका सूत्र लिखेंl
(ii) ऊपर (i) मैं लिखे पदार्थ ‘X’ की जल के साथ अभिक्रिया लिखेंl

(i) ‘X’ का नाम है- बिना बुझा हुआ चुना अर्थात कैल्शियम ऑक्साइड, CaO

(ii) कैल्शियम ऑक्साइड पानी के साथ अभिक्रिया करके कैल्शियम हाइड्रोक्साइड ( बुझा हुआ चुना ) बनाता हैl

  CaO (s)+ H2O (l) → Ca(OH)2 (aq)

कैल्शियम ऑक्साइड ( बिना बुझा हुआ चुना ) + पानी → कैल्शियम हाइड्रोक्साइड ( बुझा हुआ चुना )

जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबोया जाता है तो विलयन का रंग क्यों बदल जाता है?

जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलियन में डुबोया जाता है तो वह नीले रंग से भूरे रंग का हो जाता हैl यह कॉपर सल्फेट के घोल में से कॉपर को प्रस्थापित करने की क्षमता रखता हैl

Image

इस अभिक्रिया के दौरान कॉपर सल्फेट ( CuSO4 )  का नीला रंग धीरे-धीरे फीका होता जाता हैl

निबंध अभिक्रियाओं में उपचयित तथा अपचयित पदार्थों की पहचान कीजिए-
(i) 4Na(a) + O2(g) → 2Na2O(a)
(ii) CuO(s) + H2(g) → Cu(s) + H2O(l)

(i) 4Na(a) + O2(g) → 2Na2O(a)

उपचयित पदार्थ: O2

अपचयित पदार्थ: Na

(ii) CuO(s) + H2(g) → Cu(s) + H2O(l)

उपचयित पदार्थ: Cu

अपचयित पदार्थ: H2

नीचे दी गयी अभिक्रिया के संबंध में कौन-सा कथन असत्य है?
2PbO(s) + C(s)→2Pb(s) + CO2(g)
(a) सीसा अपचयित हो रहा हैl
(b) कार्बन डाइऑक्साइड उपचयित हो रहा हैl
(c) कार्बन उपचयित हो रहा हैl
(d) लेद ऑक्साइड अपचयित हो रहा हैl
(i) (a) एवं (b)            (ii) (a) एवं (c)
(iii) (a), (b) एवं (c)    (iv) सभी

(i) (a) एवं (b)

Fe2O3 + 2Al → Al2O3 + 2Fe
ऊपर दी गई अभिक्रिया किस प्रकार की है?
A. संयोजन अभिक्रिया.
B. द्विविस्थापन अभिक्रिया
C. वियोजन अभिक्रिया
D. विस्थापन अभिक्रिया

D.
विस्थापन अभिक्रिया

लोहा-चूर्ण पर तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालने से क्या होता है?  सही उत्तर पर निशान लगाएंl
A. हाइड्रोजन गैस एवं आयरन  क्लोराइड बनता हैl
B.  क्लोरीन गैस एवं आयरन हाइड्रोक्साइड बनता हैl
C. कोई अभिक्रिया नहीं होतीl
D. आयरन लवण एवं जल बनता हैl

A.
हाइड्रोजन गैस एवं आयरन  क्लोराइड बनता हैl

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