Board pariksha 2025 ke liye Chemistry ke notes
यहाँ पर दिए गए विषयों पर विस्तार से नोट्स तैयार किए गए हैं।
रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं रासायनिक समीकरण
1. रासायनिक अभिक्रिया (Chemical Reaction):
रासायनिक अभिक्रिया में एक या अधिक पदार्थों (अभिकारकों) का परस्पर मिलकर नए पदार्थों (उत्पादों) में परिवर्तन होता है।
उदाहरण:
[ 2H_2 + O_2 → 2H_2O ]
2. रासायनिक समीकरण (Chemical Equation):
रासायनिक अभिक्रिया को प्रतीकों और सूत्रों के माध्यम से दर्शाने को रासायनिक समीकरण कहते हैं।
उदाहरण:
[ Zn + H_2SO_4 → ZnSO_4 + H_2 ↑ ]
3. संतुलित रासायनिक समीकरण:
जब रासायनिक समीकरण में अभिकारकों और उत्पादों के परमाणुओं की संख्या समान हो, तो वह संतुलित समीकरण कहलाता है।
उदाहरण:
[ N_2 + 3H_2 → 2NH_3 ]
4. संतुलित रासायनिक समीकरण का तात्पर्य:
संतुलित समीकरण द्रव्य संरक्षण के नियम का पालन करता है, जिसमें कुल द्रव्यमान प्रतिक्रिया के पहले और बाद में समान रहता है।
रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार
- संयोजन अभिक्रिया (Combination Reaction):
जब दो या अधिक पदार्थ मिलकर एक नया पदार्थ बनाते हैं।
उदाहरण:
[ CaO + H_2O → Ca(OH)_2 ] - अपघटन अभिक्रिया (Decomposition Reaction):
जब एक पदार्थ टूटकर दो या अधिक सरल पदार्थ बनाता है।
उदाहरण:
[ 2H_2O_2 → 2H_2O + O_2 ] - विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction):
जब एक तत्व किसी यौगिक में उपस्थित दूसरे तत्व को विस्थापित करता है।
उदाहरण:
[ Zn + CuSO_4 → ZnSO_4 + Cu ] - द्विविस्थापन अभिक्रिया (Double Displacement Reaction):
जब दो यौगिकों के तत्व परस्पर स्थान बदलते हैं।
उदाहरण:
[ NaCl + AgNO_3 → NaNO_3 + AgCl ↓ ] - अवक्षेपण अभिक्रिया (Precipitation Reaction):
जब प्रतिक्रिया में अघुलनशील ठोस बनता है।
उदाहरण:
[ BaCl_2 + Na_2SO_4 → BaSO_4 ↓ + 2NaCl ] - उदासीनीकरण अभिक्रिया (Neutralization Reaction):
जब अम्ल और क्षार मिलकर लवण और जल बनाते हैं।
उदाहरण:
[ HCl + NaOH → NaCl + H_2O ] - उपचयन तथा अपचयन अभिक्रिया (Redox Reaction):
जब एक पदार्थ ऑक्सीकरण और दूसरा अपचयन करता है।
उदाहरण:
[ 2Fe + 3Cl_2 → 2FeCl_3 ]
अम्ल, क्षार तथा लवण
1. परिभाषाएँ (H⁺ और OH⁻ के आधार पर):
- अम्ल (Acid): ऐसे पदार्थ जो जल में H⁺ आयन प्रदान करते हैं।
उदाहरण: HCl, H₂SO₄ - क्षार (Base): ऐसे पदार्थ जो जल में OH⁻ आयन प्रदान करते हैं।
उदाहरण: NaOH, KOH - लवण (Salt): अम्ल और क्षार की उदासीनीकरण अभिक्रिया से बनने वाला यौगिक।
उदाहरण: NaCl, KNO₃
pH पैमाना और दैनिक जीवन में pH का महत्व
- pH पैमाना:
- pH का मान 0 से 14 तक होता है।
- pH = 7 (उदासीन), pH < 7 (अम्लीय), pH > 7 (क्षारीय)।
- दैनिक जीवन में pH का महत्व:
- पाचन में: अम्लीयता का सही स्तर बनाए रखना।
- मिट्टी का pH: पौधों के लिए उपयुक्त pH आवश्यक।
- दंत स्वास्थ: अम्लीय भोजन दांतों को नुकसान पहुँचाता है।
रासायनिक यौगिकों के निर्माण और उपयोग
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH):
निर्माण: विद्युत अपघटन द्वारा।
उपयोग: साबुन और कागज निर्माण में। - विरंजक चूर्ण (Bleaching Powder):
निर्माण:
[ Ca(OH)_2 + Cl_2 → CaOCl_2 + H_2O ]
उपयोग: जल शुद्धिकरण, वस्त्र सफेदी में। - बेकिंग सोडा (NaHCO₃):
उपयोग: केक बनाने, एंटासिड। - धावन सोडा (Washing Soda):
निर्माण:
[ Na₂CO₃·10H₂O ]
उपयोग: कपड़े धोने में। - प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP):
निर्माण:
[ 2CaSO₄·2H₂O → (CaSO₄)₂·H₂O + 3H₂O ]
उपयोग: मूर्तियाँ बनाने, फ्रैक्चर उपचार।
धातु एवं अधातु
1. धातु के गुणधर्म:
- विद्युत और ऊष्मा चालक।
- तन्यता और आघातवर्धनीयता।
2. अधातु के गुणधर्म:
- विद्युत और ऊष्मा के कुचालक।
- न तन्य और न आघातवर्धनीय।
3. सक्रियता श्रेणी:
धातुओं को उनकी क्रियाशीलता के आधार पर क्रमबद्ध करना।
उदाहरण:
[ K > Na > Mg > Al > Zn > Fe > Cu ]
4. संक्षारण (Corrosion):
धातु का ऑक्सीकरण।
निवारण: गैल्वेनाइजेशन, पेंटिंग।
कार्बनिक यौगिक
1. कार्बन की सर्वतोमुखी प्रकृति:
- चार संयोजकता (Covalency)।
- लम्बी शृंखला बनाने की क्षमता।
2. सहसंयोजी आबंध (Covalent Bond):
इलेक्ट्रॉनों का साझाकरण।
3. समजातीय श्रेणी:
समान प्रकार्यात्मक समूह वाले यौगिक।
4. संतृप्त और असंतृप्त हाइड्रोकार्बन:
- संतृप्त: एकल आबंध (Alkanes)।
- असंतृप्त: युग्म/त्रियुग्म आबंध (Alkenes, Alkynes)।
5. कार्बनिक यौगिकों के गुणधर्म:
- दहन: CO₂ और H₂O बनते हैं।
- ऑक्सीकरण: एल्कोहल का एल्डीहाइड में परिवर्तन।
उपयोग:
- एथनॉल:
- एंटीसेप्टिक, सॉल्वेंट।
- एथेनोइक अम्ल:
- सिरका, खाद्य संरक्षक।
- साबुन और अपमार्जक:
- सफाई एजेंट।
चित्रों के लिए: कृपया विषय विशेष के लिए प्रश्न करें।
रासायनिक अभिक्रियाएँ
- रासायनिक समीकरण
रासायनिक अभिक्रिया को प्रतीकों और सूत्रों के माध्यम से व्यक्त करने को रासायनिक समीकरण कहते हैं।
उदाहरण:
(हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के संयोजन से पानी बनता है।)
- संतुलित रासायनिक समीकरण
जब किसी रासायनिक समीकरण में अभिकारकों और उत्पादों में परमाणुओं की संख्या समान होती है, तो वह संतुलित रासायनिक समीकरण कहलाता है।
उदाहरण:
(नाइट्रोजन और हाइड्रोजन से अमोनिया का निर्माण।)
- संतुलित रासायनिक समीकरण का तात्पर्य
संतुलित रासायनिक समीकरण से यह सुनिश्चित होता है कि अभिक्रिया में परमाणुओं का संरक्षण सिद्धांत (Law of Conservation of Mass) लागू होता है।
संतुलित रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार
(i) संयोजन अभिक्रिया (Combination Reaction):
दो या अधिक पदार्थों के मिलकर एक नए पदार्थ का निर्माण करना।
उदाहरण:
(ii) अपघटन (वियोजन) अभिक्रिया (Decomposition Reaction):
एक जटिल यौगिक का सरल पदार्थों में टूटना।
उदाहरण:
(iii) विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction):
एक अधिक क्रियाशील धातु, कम क्रियाशील धातु को उसके यौगिक से विस्थापित करती है।
उदाहरण:
(iv) द्विविस्थापन अभिक्रिया (Double Displacement Reaction):
दो यौगिकों के आयन आपस में विनिमय करते हैं।
उदाहरण:
(v) अवक्षेपण अभिक्रिया (Precipitation Reaction):
एक ठोस अवक्षेप बनने वाली अभिक्रिया।
उदाहरण:
(vi) उदासीनीकरण (Neutralization Reaction):
अम्ल और क्षार की प्रतिक्रिया से लवण और पानी बनना।
उदाहरण:
(vii) उपचयन और अपचयन (Redox Reaction):
एक साथ अपचयन और ऑक्सीकरण की क्रिया।
उदाहरण:
(यहाँ Mg ऑक्सीकृत और O₂ अपचयित हो रहा है।)
अम्ल, क्षार, और लवण
- अम्ल की परिभाषा:
वे पदार्थ जो पानी में घुलने पर आयन प्रदान करते हैं।
उदाहरण:
HCl, HNO₃, H₂SO₄
- क्षार की परिभाषा:
वे पदार्थ जो पानी में घुलने पर आयन प्रदान करते हैं।
उदाहरण:
NaOH, KOH
- लवण की परिभाषा:
अम्ल और क्षार की प्रतिक्रिया से बनने वाला पदार्थ।
उदाहरण:
NaCl, K₂SO₄
pH पैमाना
pH पैमाना 0 से 14 तक होता है।
pH 7: उदासीन,
pH < 7: अम्लीय,
pH > 7: क्षारीय।
दैनिक जीवन में pH का महत्व
- अम्लीय मृदा में pH बढ़ाने के लिए चूना डालते हैं।
- शरीर में pH का संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।
- दांत क्षय रोकने के लिए pH संतुलित टूथपेस्ट उपयोग होता है।
महत्वपूर्ण यौगिक
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH)
निर्माण: विद्युत अपघटन द्वारा।
उपयोग: साबुन, डिटर्जेंट, कपड़ा रंगाई।
- विरंजक चूर्ण (Bleaching Powder)
निर्माण:
उपयोग: जल शुद्धिकरण, कपड़े धोने।
- बेकिंग सोडा (NaHCO₃)
निर्माण:
उपयोग: बेकिंग, पेट की अम्लता रोकने।
- प्लास्टर ऑफ पेरिस (CaSO₄·½H₂O)
निर्माण:
उपयोग: मूर्तियाँ, भवन निर्माण।
धातु एवं अधातु
- धातु के गुणधर्म
- उच्च ताप और विद्युत चालकता।
- चमक और तन्य।
उदाहरण: Fe, Cu, Al - अधातु के गुणधर्म
- विद्युत और ताप का कुचालक।
- भंगुर।
उदाहरण: C, S, P - आयनिक यौगिक
धातु और अधातु के बीच इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण से बनने वाला यौगिक।
उदाहरण: NaCl, KCl
- संक्षारण रोकने के उपाय
- गैल्वनाइजेशन।
- विद्युतलेपन।
कार्बनिक यौगिक
- सहसंयोजी आबंध
कार्बन और अन्य तत्वों के बीच इलेक्ट्रॉन साझा करके बनने वाला आबंध।
- कार्बन की सर्वतोमुखी प्रकृति
लम्बी श्रृंखलाएँ बनाना।
एकल, द्वि, त्रि-आबंध।
- समजातीय श्रेणी
समान सामान्य सूत्र वाले यौगिक।
उदाहरण:
ऐल्केन: ,
ऐल्कीन: ,
ऐल्काइन: ।
- नामपद्धति के नियम
उदाहरण:
CH₄: मिथेन,
C₂H₆: एथेन।
- कार्बनिक यौगिकों के गुणधर्म
- दहन:
- ऑक्सीकरण।
- प्रतिस्थापन।
- एथनॉल और एथेनोइक अम्ल
एथनॉल: शराब निर्माण।
एथेनोइक अम्ल: सिरका।
- साबुन और डिटर्जेंट
साबुन वसा और क्षार से बनते हैं; डिटर्जेंट पेट्रोलियम उत्पादों से।
उपयोग: सफाई।
यहाँ विभिन्न टॉपिक्स के बीच पाँच-पाँच अंतर दिए गए हैं:
1. संयोजन अभिक्रिया बनाम अपघटन अभिक्रिया
संयोजन अभिक्रिया | अपघटन अभिक्रिया |
---|---|
दो या अधिक पदार्थ मिलकर एक नया पदार्थ बनाते हैं। | एक पदार्थ टूटकर दो या अधिक पदार्थ बनाता है। |
ऊर्जा (उष्मा, प्रकाश) जारी हो सकती है। | ऊर्जा (उष्मा, प्रकाश, विद्युत) की आवश्यकता होती है। |
उदाहरण: ( 2H_2 + O_2 \rightarrow 2H_2O ) | उदाहरण: ( CaCO_3 \rightarrow CaO + CO_2 ) |
सामान्यतः सरल पदार्थों का निर्माण होता है। | जटिल पदार्थों का विघटन होता है। |
यह अभिक्रिया उत्पादों की स्थिरता को बढ़ाती है। | यह अभिक्रिया उत्पादों को अस्थिर बनाती है। |
2. अम्ल बनाम क्षार
अम्ल | क्षार |
---|---|
H(^+) आयन प्रदान करता है। | OH(^-) आयन प्रदान करता है। |
स्वाद में खट्टा होता है। | स्वाद में कड़वा होता है। |
pH < 7 होता है। | pH > 7 होता है। |
नीले लिटमस को लाल करता है। | लाल लिटमस को नीला करता है। |
उदाहरण: ( HCl, H_2SO_4 ) | उदाहरण: ( NaOH, KOH ) |
3. धातु बनाम अधातु
धातु | अधातु |
---|---|
ऊष्मा और विद्युत के सुचालक होते हैं। | ऊष्मा और विद्युत के कुचालक होते हैं। |
तन्य और आघातवर्धनीय होते हैं। | भंगुर होते हैं। |
धातु की सतह चमकीली होती है। | अधातु की सतह चमकीली नहीं होती है। |
ऑक्साइड अम्लीय या उदासीन होते हैं। | ऑक्साइड क्षारीय या उदासीन होते हैं। |
उदाहरण: ( Fe, Cu, Al ) | उदाहरण: ( O_2, S, Cl_2 ) |
4. संतृप्त हाइड्रोकार्बन बनाम असंतृप्त हाइड्रोकार्बन
संतृप्त हाइड्रोकार्बन | असंतृप्त हाइड्रोकार्बन |
---|---|
केवल एकल बंध होते हैं। | दोहरे या तिहरे बंध होते हैं। |
सामान्य सूत्र: ( C_nH_{2n+2} ) | सामान्य सूत्र: ( C_nH_{2n}, C_nH_{2n-2} ) |
अभिक्रियाशीलता कम होती है। | अभिक्रियाशीलता अधिक होती है। |
पूर्ण दहन में अधिक ऊर्जा उत्पन्न होती है। | कम ऊर्जा उत्पन्न होती है। |
उदाहरण: ( CH_4, C_2H_6 ) | उदाहरण: ( C_2H_4, C_2H_2 ) |
5. साबुन बनाम अपमार्जक
साबुन | अपमार्जक |
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प्राकृतिक वसा से बने होते हैं। | पेट्रोलियम उत्पादों से बने होते हैं। |
कठोर जल में कम प्रभावी होते हैं। | कठोर जल में प्रभावी होते हैं। |
जैव-अवक्रमणशील होते हैं। | कुछ अपमार्जक जैव-अवक्रमणशील नहीं होते। |
मुख्य यौगिक: ( Na ) या ( K ) लवण। | मुख्य यौगिक: सल्फोनेट या सल्फेट। |
उदाहरण: ( NaC_{17}H_{35}COO ) | उदाहरण: डिटरजेंट (जैसे टाइड)। |
6. सोडियम हाइड्रॉक्साइड बनाम बेकिंग सोडा
सोडियम हाइड्रॉक्साइड | बेकिंग सोडा |
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रासायनिक सूत्र: ( NaOH ) | रासायनिक सूत्र: ( NaHCO_3 ) |
क्षारीय स्वभाव। | हल्का क्षारीय स्वभाव। |
उपयोग: साबुन, कागज निर्माण। | उपयोग: खाना पकाने, एंटासिड। |
अत्यधिक संक्षारक। | हल्का और सुरक्षित। |
इसे “कास्टिक सोडा” कहा जाता है। | इसे “बेकिंग पाउडर” भी कहते हैं। |
इन सभी विषयों में 5-5 अंतर स्पष्ट रूप से समझाने के लिए गुणधर्म, उपयोग, अभिक्रिया और व्यवहार को ध्यान में रखा गया है।