भूमण्डलीकृत विश्व का बनना
भूमण्डलीकरण का उदय 20वीं शताब्दी के अंत में तेजी से हुआ, जो वैश्विक आर्थिक और सांस्कृतिक एकीकरण की प्रक्रिया को दर्शाता है। यह व्यापार, संचार, परिवहन, और तकनीकी प्रगति द्वारा देशों के बीच बढ़ते हुए परस्पर सम्बंधों की प्रक्रिया है। भूमण्डलीकरण ने दुनिया को एक अंतरसंबद्ध इकाई के रूप में रूपांतरित कर दिया, जिससे वैश्विक व्यापार, निवेश, संस्कृति, और राजनीति में परिवर्तन आए। इस प्रक्रिया को समझने के लिए, हमें पूर्व आधुनिक विश्व, 19वीं शताब्दी की वैश्विक अर्थव्यवस्था, और विश्व युद्धों के बाद के विकासों को समझना होगा।
1. पूर्व आधुनिक विश्व
पूर्व आधुनिक विश्व में, भूमण्डलीकरण की अवधारणा अभी तक परिपूर्ण नहीं हो पाई थी। यह समय था जब व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का मुख्य माध्यम मार्गों के माध्यम से होता था, जैसे सिल्क रूट, समुद्री मार्ग आदि। यूरोप, एशिया, और अफ्रीका के बीच व्यापार के लिए पारंपरिक रास्ते बने थे, लेकिन इन रास्तों पर निर्भरता सीमित थी और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का विस्तार अपेक्षाकृत छोटा था।
इस समय के प्रमुख व्यापारिक वस्तुएं जैसे मसाले, वस्त्र, रेशम, और अन्य लक्जरी वस्तुएं थीं। पश्चिमी यूरोप, भारत, चीन और मध्य पूर्व के व्यापारिक मार्गों से जुड़े थे, लेकिन इन देशों के बीच संपर्क सीमित था। कुल मिलाकर, यह एक स्थानीय और सीमित व्यापारिक दुनिया थी।
2. उन्नीसवीं शताब्दी (1815-1914) विश्व अर्थव्यवस्था (उपनिवेशवाद)
उन्नीसवीं शताब्दी का उत्तरार्ध औद्योगिक क्रांति और उपनिवेशवाद के उत्कर्ष का समय था। औद्योगिक क्रांति ने पश्चिमी देशों में उत्पादन प्रक्रियाओं को बदल दिया और नए बाजारों की आवश्यकता पैदा की। इस समय यूरोपीय देशों ने बड़े पैमाने पर अफ्रीका, एशिया और अमेरिका में उपनिवेश स्थापित किए, जिससे वैश्विक व्यापार में तेजी आई।
उपनिवेशी शक्तियों ने प्राकृतिक संसाधनों की आवश्यकता पूरी करने और अपने देशों में उत्पादन बढ़ाने के लिए उपनिवेशों का दोहन किया। इन उपनिवेशों से प्राप्त कच्चे माल का इस्तेमाल यूरोपीय देशों में औद्योगिकीकरण के लिए हुआ। इसी अवधि के दौरान वैश्विक अर्थव्यवस्था में नए व्यापारिक रास्ते बने और वैश्विक उत्पादन और उपभोग की प्रक्रिया में एक नया आयाम जुड़ा।
3. महायुद्धों के मध्य अर्थव्यवस्था (आर्थिक महामंदी और घोर निराशा)
प्रथम और द्वितीय विश्व युद्धों के बीच की अवधि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए कठिन समय था। प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) ने वैश्विक व्यापार और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचाया। युद्ध के कारण आर्थिक उत्पादन, व्यापारिक नेटवर्क, और उद्योगों की स्थिति बिगड़ गई। इसके बाद 1929 में आई आर्थिक महामंदी ने दुनिया भर में बड़े पैमाने पर बेरोजगारी और गरीबी को जन्म दिया। यह वैश्विक बाजार के लिए एक भयंकर झटका था, क्योंकि देशों ने अपनी अर्थव्यवस्थाओं को स्वदेशी बनाने के लिए संरक्षणवाद को बढ़ावा दिया।
आर्थिक महामंदी ने वैश्विक व्यापार और उत्पादन को पूरी तरह से प्रभावित किया। यह समय था जब कई देशों ने अपनी आर्थिक नीतियों में बदलाव किया और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और व्यापार में कमी आई।
4. विश्व अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण (वैश्वीकरण की शुरुआत)
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद (1945 के बाद), वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनर्निर्मित करने की आवश्यकता थी। विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF), और गATT (जनरल एग्रीमेंट ऑन टैरिफ्स एंड ट्रेड) जैसे संस्थानों की स्थापना के साथ वैश्वीकरण की शुरुआत हुई। इन संस्थाओं का उद्देश्य वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देना, आर्थिक सहयोग को मजबूत करना, और देशों के बीच आर्थिक समृद्धि सुनिश्चित करना था।
इस अवधि में, औद्योगिक देशों के बीच व्यापारिक नीतियाँ उदारवादी हुईं, और वैश्विक उत्पादन नेटवर्क का विस्तार हुआ। इसका असर विकासशील देशों पर भी पड़ा, जहां औद्योगिकीकरण और नवाचार के द्वारा वैश्विक अर्थव्यवस्था में भागीदारी बढ़ी।
5. औद्योगीकरण का युग
1. औद्योगिक क्रांति से पहले एवं औद्योगिक परिवर्तन की गति
औद्योगिक क्रांति 18वीं और 19वीं शताब्दी के दौरान यूरोप, विशेष रूप से ब्रिटेन में शुरू हुई। इससे पहले की दुनिया में अधिकांश उत्पादन कृषि आधारित था और कारीगरों द्वारा छोटे स्तर पर वस्त्र, धातु, और अन्य उत्पाद बनाए जाते थे। औद्योगिक क्रांति ने बड़े पैमाने पर उत्पादन की शुरुआत की और नई मशीनों, जैसे स्टीम इंजन, और नए उत्पादन विधियों के माध्यम से उत्पादन प्रक्रिया में तेजी लाई।
उद्योगीकरण ने उत्पादन को कारखानों में केंद्रित किया, जिससे कृषि आधारित अर्थव्यवस्था से औद्योगिक अर्थव्यवस्था की ओर संक्रमण हुआ। यह परिवर्तनों का दौर था, जिसमें श्रमिकों और पूंजीपतियों के बीच नया सामाजिक ढांचा विकसित हुआ।
2. उपनिवेशों में औद्योगीकरण
औद्योगिक क्रांति का असर सिर्फ यूरोप पर नहीं पड़ा, बल्कि इसके प्रभाव ने उपनिवेशों में भी औद्योगिकीकरण को बढ़ावा दिया। ब्रिटेन, फ्रांस, और अन्य यूरोपीय देशों ने अपने उपनिवेशों में संसाधनों की खपत बढ़ाई और उत्पादन के लिए नए कारखाने स्थापित किए।
उपनिवेशों में औद्योगिकीकरण मुख्य रूप से कच्चे माल की आपूर्ति के रूप में हुआ, जैसे कोयला, रेशम, कपास, और धातु। इन देशों में असंख्य कारखाने स्थापित हुए, लेकिन इनमें श्रमिकों का शोषण और औद्योगिक उत्पादन की प्रक्रिया में असमानताएँ स्पष्ट थीं।
3. प्रारम्भिक उद्यमी और कामगार
औद्योगिकीकरण के साथ ही नये उद्यमियों की एक नई श्रेणी उभरकर सामने आई। इन उद्यमियों ने औद्योगिक प्रगति की दिशा निर्धारित की। वहीँ, श्रमिक वर्ग की स्थिति भी जटिल हो गई, क्योंकि वे अत्यधिक कड़ी परिस्थितियों में काम करने के लिए बाध्य थे।
प्रारम्भिक उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों की स्थितियाँ कठिन थीं, और काम के घंटे बहुत अधिक थे। उनके पास न्यूनतम मजदूरी थी और काम की सुरक्षा के उपाय भी नगण्य थे। औद्योगिक क्रांति ने एक नया सामाजिक वर्ग, श्रमिक वर्ग, उत्पन्न किया, जो आर्थिक और सामाजिक रूप से एक नए संघर्ष में था।
4. औद्योगिक विकास का अनूठापन
औद्योगिक क्रांति ने उत्पादन की प्रक्रिया में कई अनूठे परिवर्तन किए। उत्पादन में समय की बचत, उच्च गुणवत्ता और बड़े पैमाने पर वस्त्र और मशीनों का उत्पादन मुख्य विशेषताएँ थीं। इन परिवर्तनों ने जीवन स्तर को बदला और उपभोक्ता संस्कृति का जन्म हुआ।
आर्थिक रूप से, औद्योगिक विकास ने नए उद्योगों का जन्म किया और बड़े पैमाने पर कच्चे माल की आपूर्ति को बढ़ावा दिया। ये परिवर्तन न केवल यूरोप, बल्कि अमेरिका, जापान, और रूस जैसे देशों में भी हुए।
5. वस्तुओं के लिए बाजार
औद्योगिकीकरण के कारण, उद्योगों को नए बाजारों की आवश्यकता थी, और इसने वैश्विक व्यापार को बढ़ावा दिया। यूरोपीय देशों ने वैश्विक व्यापार के नए रास्ते खोजे, जैसे अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में, जहां उनकी वस्तुओं की मांग बढ़ी।
इसके परिणामस्वरूप, उपनिवेशी देशों को औद्योगिक उत्पादों की आपूर्ति बढ़ाने के लिए और भी अधिक संसाधनों की आवश्यकता महसूस हुई, जिससे वैश्विक व्यापार का विस्तार हुआ।
यह संक्षिप्त रूप से, भूमण्डलीकरण, औद्योगीकरण, और वैश्विक आर्थिक विकास की प्रक्रिया को स्पष्ट करता है।
यहां 50 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) दिए गए हैं जिनके साथ उत्तर और व्याख्या भी दी गई है।
1. भूमण्डलीकरण का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A) आर्थिक असमानता को बढ़ाना
B) विश्व के देशों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाना
C) सांस्कृतिक विविधताओं को समाप्त करना
D) केवल एक देश के हितों को बढ़ावा देना
उत्तर: B) विश्व के देशों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाना
व्याख्या: भूमण्डलीकरण का मुख्य उद्देश्य देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देना है ताकि सभी देशों के बीच आपसी संबंध मजबूत हों।
2. औद्योगिक क्रांति की शुरुआत कहाँ से हुई थी?
A) अमेरिका
B) ब्रिटेन
C) फ्रांस
D) जर्मनी
उत्तर: B) ब्रिटेन
व्याख्या: औद्योगिक क्रांति की शुरुआत ब्रिटेन में 18वीं शताब्दी के अंत में हुई थी। ब्रिटेन में नई तकनीक, मशीनरी, और कारखानों का विकास हुआ, जिससे औद्योगिकीकरण की प्रक्रिया तेज़ हुई।
3. “उपनिवेशवाद” का सबसे प्रमुख कारण क्या था?
A) सामाजिक सुधार
B) प्राकृतिक संसाधनों की खोज
C) राजनीतिक अस्थिरता
D) सांस्कृतिक आदान-प्रदान
उत्तर: B) प्राकृतिक संसाधनों की खोज
व्याख्या: उपनिवेशवाद का मुख्य उद्देश्य नई ज़मीनों से प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करना था, जिससे यूरोपीय शक्तियों को लाभ मिलता था।
4. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद विश्व अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण में किस संगठन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
A) संयुक्त राष्ट्र
B) विश्व बैंक
C) यूरोपीय संघ
D) ओपेक
उत्तर: B) विश्व बैंक
व्याख्या: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद विश्व बैंक ने वैश्विक आर्थिक पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेषकर युद्ध प्रभावित देशों की सहायता के लिए।
5. औद्योगिक क्रांति के कारण किस क्षेत्र में सबसे बड़ा बदलाव आया?
A) कृषि
B) विज्ञान
C) उद्योग
D) व्यापार
उत्तर: C) उद्योग
व्याख्या: औद्योगिक क्रांति के दौरान उद्योगों का तेजी से विकास हुआ, जिसमें बड़े पैमाने पर उत्पादन, मशीनों का उपयोग, और श्रमिकों की नई भूमिका शामिल थी।
6. विश्व व्यापार संगठन (WTO) की स्थापना कब हुई थी?
A) 1945
B) 1955
C) 1995
D) 2000
उत्तर: C) 1995
व्याख्या: विश्व व्यापार संगठन (WTO) की स्थापना 1995 में हुई थी, जो वैश्विक व्यापार के नियमों को नियंत्रित करने और देशों के बीच व्यापारिक विवादों को सुलझाने के लिए काम करता है।
7. महायुद्धों के बीच की अवधि को किसने “महामंदी” के रूप में जाना?
A) 1914-1918
B) 1929-1939
C) 1939-1945
D) 1945-1955
उत्तर: B) 1929-1939
व्याख्या: 1929 में आई आर्थिक महामंदी ने दुनिया भर में बेरोजगारी, गरीबी, और आर्थिक संकट को जन्म दिया, जो 1939 तक चला और विश्व युद्धों के बीच की अवधि में फैला था।
8. उपनिवेशों में औद्योगिकीकरण का मुख्य कारण क्या था?
A) तकनीकी उन्नति
B) कच्चे माल की आवश्यकता
C) सामाजिक असमानताएँ
D) राजनीतिक अस्थिरता
उत्तर: B) कच्चे माल की आवश्यकता
व्याख्या: उपनिवेशी देशों में औद्योगिकीकरण मुख्य रूप से कच्चे माल की आपूर्ति के लिए हुआ ताकि यूरोपीय देशों को उद्योगों के लिए आवश्यक संसाधन मिल सकें।
9. भारत में औद्योगिकीकरण की शुरुआत किस अवधि में हुई?
A) 18वीं शताब्दी
B) 19वीं शताब्दी के अंत में
C) 20वीं शताब्दी के मध्य में
D) 21वीं शताब्दी
उत्तर: B) 19वीं शताब्दी के अंत में
व्याख्या: भारत में औद्योगिकीकरण की शुरुआत 19वीं शताब्दी के अंत में हुई, जब ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के तहत भारतीय उद्योगों की नींव रखी गई।
10. विश्व युद्धों के बाद किसका पुनर्निर्माण किया गया?
A) राष्ट्रीय सीमाएं
B) वैश्विक व्यापार प्रणाली
C) सांस्कृतिक आदान-प्रदान
D) सैन्य शक्ति
उत्तर: B) वैश्विक व्यापार प्रणाली
व्याख्या: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद वैश्विक व्यापार प्रणाली का पुनर्निर्माण हुआ, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं जैसे IMF और विश्व बैंक का गठन हुआ।
11. औद्योगिक क्रांति में किसके द्वारा स्टीम इंजन का आविष्कार किया गया था?
A) जेम्स वाट
B) थॉमस न्यूकॉमेन
C) एडिसन
D) माइकल फैराडे
उत्तर: A) जेम्स वाट
व्याख्या: जेम्स वाट ने 18वीं शताब्दी में स्टीम इंजन को परिष्कृत किया था, जिससे औद्योगिक क्रांति को गति मिली और बड़े पैमाने पर उत्पादन संभव हुआ।
12. वैश्विक अर्थव्यवस्था के निर्माण के समय कौन सा संगठन स्थापित किया गया?
A) IMF
B) UN
C) WTO
D) सभी उपर्युक्त
उत्तर: D) सभी उपर्युक्त
व्याख्या: वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनर्निर्मित करने के लिए IMF, UN, और WTO जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का गठन हुआ, जिनका उद्देश्य वैश्विक शांति और व्यापार को बढ़ावा देना था।
13. औद्योगिक क्रांति के दौरान किस उद्योग में सबसे अधिक परिवर्तन आया था?
A) कपड़ा उद्योग
B) कृषि उद्योग
C) धातु उद्योग
D) खनन उद्योग
उत्तर: A) कपड़ा उद्योग
व्याख्या: औद्योगिक क्रांति के दौरान कपड़ा उद्योग में सबसे बड़ा परिवर्तन आया था, जहाँ मशीनों का उपयोग किया जाने लगा और बड़े पैमाने पर उत्पादन संभव हुआ।
14. “विकासशील देश” की परिभाषा किस आधार पर दी जाती है?
A) जीडीपी
B) औद्योगिकीकरण की स्थिति
C) मानव विकास सूचकांक (HDI)
D) केवल आबादी
उत्तर: C) मानव विकास सूचकांक (HDI)
व्याख्या: विकासशील देशों की पहचान आमतौर पर मानव विकास सूचकांक (HDI) के आधार पर की जाती है, जिसमें जीवन स्तर, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाओं को मापा जाता है।
15. विश्व अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण कब हुआ था?
A) 1945 के बाद
B) 1939 के बाद
C) 1929 के बाद
D) 1960 के बाद
उत्तर: A) 1945 के बाद
व्याख्या: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, 1945 में, वैश्विक अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण हुआ था, और इसके लिए IMF और विश्व बैंक जैसे संस्थान स्थापित किए गए थे।
16. वैश्विक व्यापार का प्रमुख मार्ग कौन सा था?
A) यूरोपीय मार्ग
B) सिल्क रूट
C) अफ्रीकी मार्ग
D) समुंदर मार्ग
उत्तर: B) सिल्क रूट
व्याख्या: सिल्क रूट एक ऐतिहासिक व्यापार मार्ग था जो एशिया और यूरोप को जोड़ता था और प्राचीन काल में वस्तुओं के आदान-प्रदान का मुख्य मार्ग था।
17. “आधुनिकता” के संदर्भ में किसे माना गया है?
A) मानव अधिकारों की उपेक्षा
B) पारंपरिक कारीगरों को बढ़ावा देना
C) विज्ञान और तकनीकी विकास
D) व्यापारिक असमानता
उत्तर: C) विज्ञान और तकनीकी विकास
व्याख्या: आधुनिकता के संदर्भ में विज्ञान और तकनीकी विकास को माना जाता है, जिससे समाज में व्यापक बदलाव हुए और उत्पादन में सुधार हुआ।
18. वैश्विक व्यापार के लिए किसने गेट (GATT) का गठन किया था?
A) यूरोपीय संघ
B) विश्व बैंक
C) संयुक्त राष्ट्र
D) औद्योगिक देशों ने
उत्तर: D) औद्योगिक देशों ने
व्याख्या: GATT (जनरल एग्रीमेंट ऑन टैरिफ्स एंड ट्रेड) की स्थापना औद्योगिक देशों ने की थी ताकि वैश्विक व्यापार के लिए