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4. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए. आई.) एवं ड्रोन प्रौद्योगिकी

4.1 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का परिचय

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक ऐसी तकनीकी क्षेत्र है, जिसमें कंप्यूटरों और मशीनों को इंसान की तरह सोचने, समझने, निर्णय लेने और कार्य करने की क्षमता प्रदान की जाती है। इसका उद्देश्य मशीनों को मानव मस्तिष्क के समान बुद्धिमत्ता प्रदान करना है, ताकि वे मानव के कार्यों को समझ सकें और उनका अनुसरण कर सकें।

4.2 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की परिभाषा, भविष्य एवं विशेषताएं

परिभाषा: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वह विज्ञान है, जिसके अंतर्गत मशीनों और कंप्यूटर प्रणालियों को बुद्धिमत्ता, समझ, निर्णय और समस्या हल करने की क्षमता प्रदान की जाती है।

भविष्य: ए. आई. का भविष्य अत्यधिक संभावनाओं से भरा हुआ है। भविष्य में इसका उपयोग चिकित्सा, शिक्षा, परिवहन, कृषि, और मनोरंजन सहित अनेक क्षेत्रों में बढ़ेगा।

विशेषताएं:

  1. सीखने की क्षमता (Learning Ability): AI प्रणाली डेटा से सीख सकती है और अपने प्रदर्शन को सुधार सकती है।
  2. स्वचालन: AI मशीनें स्वचालित रूप से कार्य कर सकती हैं, बिना मानव हस्तक्षेप के।
  3. समस्या समाधान: AI विभिन्न प्रकार की समस्याओं को हल करने की क्षमता रखता है।

4.3 इंटेलिजेंट एजेंट

इंटेलिजेंट एजेंट एक ऐसी प्रणाली है, जो अपने परिवेश से जानकारी प्राप्त करती है, उसे समझती है और फिर किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निर्णय लेती है। ये एजेंट स्वायत्त होते हैं और विभिन्न परिस्थितियों में कार्य कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, वेब सर्च इंजन और स्मार्ट घर की प्रणाली इंटेलिजेंट एजेंट्स के उदाहरण हैं।

4.4 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुप्रयोग

AI के अनुप्रयोग विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे हैं:

  1. चिकित्सा: बीमारी का निदान, रोगी की निगरानी और दवाओं की खोज में AI का उपयोग।
  2. वित्त: धोखाधड़ी का पता लगाना और जोखिम का मूल्यांकन करना।
  3. ऑटोमेशन: औद्योगिक प्रक्रिया, स्वचालित वाहनों में।
  4. ग्राहक सेवा: चैटबॉट्स और वॉयस असिस्टेंट्स।
  5. कृषि: फसल की निगरानी और उर्वरकों का सही उपयोग।

4.5 समस्या समाधान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अनुप्रयोग उदाहरण सहित

AI का उपयोग समस्या समाधान में विशेष रूप से होता है। उदाहरण के तौर पर:

  • सड़क यातायात की समस्या: AI आधारित सिस्टम ट्रैफिक की स्थिति का विश्लेषण करते हैं और वाहनों को सबसे तेज मार्ग पर मार्गदर्शन करते हैं।
  • चिकित्सा क्षेत्र: AI डॉक्टरों को सही निदान में मदद करता है, जैसे कैंसर की पहचान के लिए मशीन लर्निंग मॉडल का उपयोग।

4.6 ड्रोन प्रौद्योगिकी का परिचय

ड्रोन एक बिना चालक के उड़ने वाली वायु यान प्रणाली है, जो दूरस्थ नियंत्रण से संचालित होती है। यह सिस्टम आकार में छोटा और हल्का होता है और इसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जैसे निगरानी, आपूर्ति, फोटोग्राफी, और कृषि।

4.7 ड्रोन प्रौद्योगिकी की परिभाषा, इतिहास एवं विशेषताएं

परिभाषा: ड्रोन या UAV (Unmanned Aerial Vehicle) एक बिना चालक के हवाई यान है जो एक रिमोट कंट्रोल या स्वचालित प्रणाली से नियंत्रित होता है।

इतिहास: ड्रोन का इतिहास 20वीं सदी के मध्य में शुरू हुआ, जब इसे युद्ध में निगरानी और हमलों के लिए इस्तेमाल किया गया। इसके बाद, इसका उपयोग व्यावसायिक और नागरिक उद्देश्यों के लिए भी बढ़ा है।

विशेषताएं:

  1. स्वचालित उड़ान: ड्रोन स्वचालित रूप से उड़ सकते हैं, जिसमें पायलट की आवश्यकता नहीं होती।
  2. दूरदर्शन क्षमता: ड्रोन की मदद से कठिन और दुर्गम स्थानों पर जानकारी एकत्रित की जा सकती है।
  3. लागत प्रभावी: पारंपरिक हवाई जहाजों के मुकाबले ड्रोन सस्ते होते हैं।

4.8 ड्रोन प्रौद्योगिकी का प्रमुख क्षेत्रों में अनुप्रयोग

  1. निगरानी: ड्रोन का उपयोग सुरक्षा और निगरानी में बढ़ रहा है। यह बड़ी संख्या में क्षेत्र का अवलोकन कर सकते हैं।
  2. कृषि: ड्रोन का उपयोग कृषि में फसलों की निगरानी, कीट नियंत्रण और उर्वरक छिड़कने के लिए किया जाता है।
  3. मानव रहित आपूर्ति: ड्रोन का उपयोग वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया जाता है, जैसे कि दवाइयां, खाद्य पदार्थ।
  4. प्राकृतिक आपदाएँ: ड्रोन का उपयोग प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता पहुँचाने के लिए किया जाता है, जैसे बाढ़ या भूकंप में बचाव कार्य।

4.9 वर्गीकरण: हवाई जहाज, मल्टीरोटर, हाइब्रिड

  1. हवाई जहाज: ये एकल पंखों वाले होते हैं और लंबी दूरी की उड़ानों के लिए उपयुक्त होते हैं।
  2. मल्टीरोटर: इन ड्रोन में कई पंख होते हैं (जैसे, क्वाडकॉप्टर में चार), जो इन्हें अधिक स्थिरता और नियंत्रण प्रदान करते हैं।
  3. हाइब्रिड: यह ड्रोन हवाई जहाज और मल्टीरोटर दोनों का मिश्रण होते हैं, जिनमें लंबी दूरी की उड़ान के साथ-साथ लैंडिंग और टेकऑफ में लचीला नियंत्रण होता है।

यह विषय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ड्रोन प्रौद्योगिकी के विकास और उनके अनुप्रयोगों को समेटता है, जो भविष्य में और भी अधिक महत्वपूर्ण होने की संभावना है।

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