Class 12th Hindi ki taiyari kaise karen 2025

Join Whatsapp Group

Join Telegram Group

1- हिन्दी गद्य का विकास हिन्दी गद्य की उत्पत्ति एवं विकास,

शूमरू युग, शुक्लत्तर युग, हिन्दी गद्य की प्रमुख विधाएँ-नीक,

उपन्यास कहानी, आलोचना आदि।हिन्दी गद्य का विकास एक लंबी और जटिल प्रक्रिया है, जिसमें कई युगों और विधाओं का विकास हुआ है। यहाँ हिन्दी गद्य के विकास का एक संक्षिप्त विवरण दिया गया है:

*शूमरू युग (अद्यतन-12वीं शताब्दी)*

इस युग में हिन्दी गद्य की उत्पत्ति हुई थी। इस युग में हिन्दी गद्य मुख्य रूप से धार्मिक और पौराणिक विषयों पर आधारित था। इस युग के प्रमुख लेखकों में से एक चंदबरदाई थे, जिन्होंने “पृथ्वीराज रासो” नामक ग्रंथ लिखा था।

*शुक्लत्तर युग (12वीं-16वीं शताब्दी)*

इस युग में हिन्दी गद्य का विकास तेजी से हुआ। इस युग में हिन्दी गद्य में कई नए विषयों और विधाओं का विकास हुआ। इस युग के प्रमुख लेखकों में से एक अमीर खुसरो थे, जिन्होंने “खुतब-ए-खुसरो” नामक ग्रंथ लिखा था।

*हिन्दी गद्य की प्रमुख विधाएँ*

हिन्दी गद्य की प्रमुख विधाएँ निम्नलिखित हैं:-

*नीक*:

नीक एक प्रकार की गद्य विधा है, जिसमें लेखक अपने विचारों और अनुभवों को व्यक्त करता

नीक एक प्रकार की गद्य विधा है, जिसमें लेखक अपने विचारों और अनुभवों को व्यक्त करता है।-

*उपन्यास*:

उपन्यास एक प्रकार की गद्य विधा है, जिसमें एक लंबी और जटिल कहानी बताई जाती है।-

*कहानी*:

कहानी एक प्रकार की गद्य विधा है, जिसमें एक छोटी और सरल कहानी बताई जाती है।-

*आलोचना*:

आलोचना एक प्रकार की गद्य विधा है, जिसमें लेखक किसी अन्य लेखक की रचना की समीक्षा करता है।इन विधाओं के अलावा हिन्दी गद्य में कई अन्य विधाएँ भी हैं,

जैसे कि नाटक, जीवनी, संस्मरण आदि।

हिन्दी गद्य का विकास एक लंबी और जटिल प्रक्रिया है, जिसमें कई युगों और विधाओं का विकास हुआ है। यहाँ हिन्दी गद्य के विकास का एक संक्षिप्त विवरण दिया गया है:

*प्रश्न 1: हिन्दी गद्य की उत्पत्ति कब हुई थी?

*उत्तर: हिन्दी गद्य की उत्पत्ति शूमरू युग में हुई थी, जो कि 12वीं शताब्दी के आसपास था।

*प्रश्न 2: शूमरू युग की विशेषता क्या थी?

*उत्तर: शूमरू युग में हिन्दी गद्य मुख्य रूप से धार्मिक और पौराणिक विषयों पर आधारित था।

*प्रश्न 3: शुक्लत्तर युग की विशेषता क्या थी?

*उत्तर: शुक्लत्तर युग में हिन्दी गद्य का विकास तेजी से हुआ और इसमें कई नए विषयों और विधाओं का विकास हुआ।

*प्रश्न 4: हिन्दी गद्य की प्रमुख विधाएँ क्या हैं?

*उत्तर: हिन्दी गद्य की प्रमुख विधाएँ नीक, उपन्यास, कहानी, आलोचना आदि हैं।*प्रश्न 5: नीक क्या है?

*उत्तर: नीक एक प्रकार की गद्य विधा है, जिसमें लेखक अपने विचारों और अनुभवों को व्यक्त करता है।

*प्रश्न 6: उपन्यास क्या है?*उत्तर: उपन्यास एक प्रकार की गद्य विधा है, जिसमें एक लंबी और जटिल कहानी बताई जाती है।

*प्रश्न 7: कहानी क्या है?

*उत्तर: कहानी एक प्रकार की गद्य विधा है, जिसमें एक छोटी और सरल कहानी बताई जाती है।

*प्रश्न 8: आलोचना क्या है?

*उत्तर: आलोचना एक प्रकार की गद्य विधा है, जिसमें लेखक किसी अन्य लेखक की रचना की समीक्षा करता है।इन प्रश्नों के उत्तरों से हिन्दी गद्य के विकास के बारे में जानकारी प्राप्त होती है। हिन्दी गद्य का विकास एक लंबी और जटिल प्रक्रिया है, जिसमें कई युगों और विधाओं का विकास हुआ है। यहाँ हिन्दी गद्य के विकास का एक संक्षिप्त विवरण दिया गया है:

*बहुविकल्पीय प्रश्न*

1. हिन्दी गद्य की उत्पत्ति किस युग में हुई थी?

ए) शूमरू युग

बी) शुक्लत्तर युग

सी) मध्यकालीन युग

डी) आधुनिक युग

उत्तर: ए) शूमरू युग

1. शूमरू युग की विशेषता क्या थी?

ए) धार्मिक और पौराणिक विषयों पर आधारित

बी) सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर आधारित

सी) साहित्यिक और सांस्कृतिक विषयों पर आधारित

डी) वैज्ञानिक और तकनीकी विषयों पर आधारित

उत्तर: ए) धार्मिक और पौराणिक विषयों पर आधारित

1. शुक्लत्तर युग में हिन्दी गद्य का विकास कैसे हुआ?

ए) धीमी गति से

बी) तेजी सेसी) स्थिर गति से

डी) अपरिवर्तित गति से

उत्तर: बी) तेजी से

1. हिन्दी गद्य की प्रमुख विधाएँ क्या हैं?

ए) नीक, उपन्यास, कहानी, आलोचना

बी) कविता, नाटक, कहानी, आलोचना

सी) उपन्यास, कहानी, आलोचना, नाटक

डी) कविता, उपन्यास, कहानी, आलोचना

उत्तर: ए) नीक, उपन्यास, कहानी, आलोचना

1. नीक क्या है?

ए) एक प्रकार की कविता

बी) एक प्रकार की कहानी

सी) एक प्रकार की गद्य विधा

डी) एक प्रकार की आलोचना

उत्तर: सी) एक प्रकार की गद्य विधा

1. उपन्यास क्या है?

ए) एक प्रकार की कविता

बी) एक प्रकार की कहानी

सी) एक प्रकार की गद्य विधा

डी) एक प्रकार की आलोचना

उत्तर: सी) एक प्रकार की गद्य विधा

1. कहानी क्या है?

ए) एक प्रकार की कविता

बी) एक प्रकार की गद्य विधा

सी) एक प्रकार की आलोचना

डी) एक प्रकार की कहानी

उत्तर: डी) एक प्रकार की कहानी

1. आलोचना क्या है?

ए) एक प्रकार की कविता

बी) एक प्रकार की कहानी

सी) एक प्रकार की गद्य विधा

डी) एक प्रकार की आलोचना

उत्तर: डी) एक प्रकार की आलोचना

1. हिन्दी गद्य का विकास किस युग में हुआ था?

ए) मध्यकालीन युग

बी) आधुनिक युग

सी) शूमरू युग

डी) शुक्लत्तर युग

उत्तर: सी) शूमरू युग

1. हिन्दी गद्य की प्रमुख विधाएँ क्या हैं?

ए) नीक, उपन्यास, कहानी, आलोचना

बी) कविता, नाटक, कहानी, आलोचना

सी) उपन्यास, कहानी, आलोचना, नाटक

डी) कविता, उपन्यास, कहानी, आलोचना

उत्तर: ए) नीक, उपन्यास, कहानी, आलोचना

Leave a comment