class 10 hindi important question 2024
Chapter मुहावरे
मुहावरे important question 2024
कक्षा 10 हिंदी व्याकरण नोट्स
Chapter मुहावरे
मुहावरे
मुहावरा ‘मुहावरा’ शब्द मूलतः अरबी भाषा का है जिसका अर्थ है’अभ्यास’ अथवा बातचीत। जब कोई वाक्यांश सामान्य अर्थ को छोड़ विशेष अर्थ में रूढ़ हो जाता है तो मुहावरा कहलाता है। अर्थात् जब कोई शब्द समूह या वाक्यांश निरन्तर अभ्यास के कारण सामान्य अर्थ न देकर विशेष अर्थ व्यक्त करने लगे, तो वह मुहावरा बन जाता है।
मुहावरे और लोकोक्तियों में अन्तर –
- लोकोक्ति पूर्ण वाक्य होती है जबकि मुहावरा एक वाक्यांश।
- लोकोक्ति पूर्ण वाक्य होने के कारण उसका प्रयोग स्वतंत्र एवं अपने आप में पूर्ण इकाई के रूप में होता है, जबकि मुहावरे का प्रयोग वाक्य के अंश के रूप में होता है।
- लोकोक्ति में लिंग, वचन, कर्ता, पुरुष, काल के अनुसार विकार उत्पन्न नहीं होता जबकि मुहावरे में कर्ता, पुरुष, काल, लिंग, वचन के अनुसार परिवर्तन हो जाता है। यथा ‘अन्धों में काना राजा’ ही रहेगा, ‘अन्धों में कानी रानी’ नहीं बनेगा जबकि मुहावरे में ‘नौ दो ग्यारह होना’ से नौ दो ग्यारह हो गये, हो गयी बन जाता है।
मुहावरे का अर्थ व वाक्य में प्रयोग- - अंक भरना – गले लगाना/प्रेम से मिलना
- अंग-अंग मुस्कराना – अत्यधिक प्रसन्न होना
- अंगारे उगलना – अत्यधिक क्रोध करना
- अंगारे बरसना – अंगारों पर पैर रखना
- अक्ल का दुश्मन होना – मूर्ख
- अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धि से काम न लेना
- अगर-मगर करना – तरह-तरह के बहाने बनाना
- अण्डर ग्राउण्ड हो जाना – छिप जाना
- अपना उल्लू सीधा करना- अपना स्वार्थ देखना
- अपना-सा मुँह लेकर रह जाना – लज्जित होना
- अपने पैरों पर खड़े होना – आत्मनिर्भर होना
- अपने पैरों में आप कुल्हाड़ी मारना – अपना अहित स्वयं करना
- अपने मुँह मियां मिठू बनना – अपनी प्रशंसा आप करना
- आँख का काँटा होना – अप्रिय होना/शत्रु होना
- आँख का तारा होना – बहुत प्यारा
- आँखें चार होना – आमने-सामने होना/प्रेम होना।
- आँखें मिलाना – किसी के सामने देखना
- आँखें दिखाना – क्रोध प्रकट करना
- आँखें फेरना – उपेक्षा करना
- आँखें खुलना – वास्तविकता का बोध होना
- आँखों में धूल झोंकना – धोखा देना
- आँखों से गिरना – इज़्ज़त न रहना
- आकाश के तारे तोड़ना – असंभव/कठिन कार्य करना
- आकाश पाताल एक करना – अत्यधिक परिश्रम करना
- आग से खेलना – खतरे/विपत्ति का काम करना
- आटे दाल का भाव मालूम होना-जीवन की कठिनाइयों का बोध होना
- आड़े हाथों लेना – खरी खोटी सुनाना/ताने देना
- आँधी के आम होना – वस्तु का सस्ता होना
- आपे से बाहर होना – बहुत क्रोध करना
- आसमान टूट पड़ना – भारी विपत्ति आना
- आस्तीन का साँप होना – धोखेबाज मित्र होना
- ईंट से ईंट बजाना – समूल नष्ट करना
- ईंट का जवाब पत्थर से देना – शत्रु को करारा जवाब देना
- ईद का चाँद होना – बहुत दिनों बाद दिखाई देना
- उंगली पर नचाना – पूर्ण वश में रखना
- उड़ता तीर लेना – चलाकर मुसीबत मोल लेना
- उड़ती चिड़िया पहचानना – कुशल, अनुभवी होना/भीतरी रहस्य जानना।
- उल्टी गंगा बहाना – प्रचलन के विपरीत कार्य करना
- एक और एक ग्यारह होना – संगठन में शक्ति होना
- एड़ी चोटी का जोर लगाना – बहुत (पूर्णतः) परिश्रम/मेहनत करना
- ओखली में सिर देना – जानबूझ कर आपत्ति में पड़ना
- जले पर नमक छिड़कना – दुःखी को दुःखी करना
- कान काटना – बहुत अधिक चालाक होना
- कागजी घोड़े दौड़ाना कोरी योजनाएँ बनाना
- किये कराये पर पानी फेरना – किया धरा मिट्टी में मिलाना
- कूप मण्डूक होना – अल्पज्ञ/अज्ञानी होना
- कोरा जवाब देना – साफ मना कर देना
- खून सवार होना – क्रोध में हत्या पर उतारू होना
- खून सूखना – भयग्रस्त होना/डर जाना
- गंगा नहाना – दायित्व से मुक्ति पाना
- गड़े मुर्दे उखाड़ना – बीती बातों को याद करना
- गागर में सागर भरना – थोड़े में बहुत कुछ कहना
- गुड़ गोबर करना – बना बनाया काम बिगाड़ना
- गुदड़ी का लाल – छुपा रुस्तम/गरीब किन्तु गुणवान
- घाट-घाट का पानी पीना – अत्यन्त अनुभव होना
- घी के दीये जलाना – खुशियाँ मनाना
- घुटने टेकना – हार मान लेना
- घोड़े बेच कर सोना – निश्चिन्त होना
- जान हथेली पर रखना – खतरनाक कार्य करना
- जान में जान आना- राहत पाना
- टाँग अड़ाना – व्यर्थ में दखल देना
- टेढ़ी खीर होना-कठिन कार्य होना
- टोपी उछालना – अपमानित करना
- डूबते को तिनके का सहारा – मुसीबत में थोड़ी सहायता भी लाभप्रद होती है।
- तिल का ताड़ बनाना – छोटी-सी बात को बढ़ा देना
- थाली का बैंगन होना – सिद्धान्तविहीन होना
- दाल में काला होना – कुछ गड़बड़ होना
- दिन में तारे नजर आना – बहुत अधिक मानसिक कष्ट होना।
- दूध का दूध पानी का पानी – न्याय करना
- धूप में बाल-सफेद करना – अनुभवहीन होना
- नाक का बाल होना – विश्वस्त व्यक्ति/प्रिय व्यक्ति
- नाक में दम करना- बहुत परेशान करना
- नाक रगड़ना – बहुत मिन्नतें करना/गलती को स्वीकार करना
- नानी याद आना – मुसीबत का एहसास होना
- नाक रखना – इज्जत बचाना
- नौ दो ग्यारह होना -भाग जाना
- पर काटना – शक्तिहीन करना
- पहाड़ टूट पड़ना – बड़ी मुसीबत आना
- पाँचों अँगुलियाँ घी में होना – लाभ ही लाभ होना
- पानी पानी होना – बहुत लज्जित होना
- पापड़ बेलना – दु:ख उठाना/कठिन परिश्रम करना
- पेट में चूहे कूदना – बहुत भूख लगना
- फूंक-फूंक कर कदम रखना – सावधानीपूर्वक कार्य करना
- बलि का बकरा बनाना – अकारण हानि उठाने वाला
- बगले झाँकना – निरुत्तर होना/लज्जित होना
- बहती गंगा में हाथ धोना – अवसर का लाभ उठाना
- बाएँ हाथ का खेल होना – बहुत सरल कार्य होना
- लाल पीला होना – क्रोधित होना
- लोहा मानना – प्रभाव स्वीकार करना
- हवा लगना – बुरी संगति का प्रभाव पड़ना
- हाथ का मैल होना – बहुत तुच्छ वस्तु
- हाथ धोकर पीछे पड़ना – जानबूझ कर परेशान करना
- हाथ पैर फूल जाना – घबरा जाना
- हूक उठना – मन मे पीड़ा होना
- होश संभालना – सयाना होना
- हंसों में बगुला होना – विद्वानों में मूर्ख होना
- हाथ खींच लेना – संहायता बंद कर देना
- सिर धुनना – बहुत दु:खी होना
- सूरज को दीपक दिखाना – सुविख्यात का परिचय देना
- साँप सूँधना – सहम जाना।